Electrician First Year Quiz - 771


स्थायी चुंबक चल कुडंली यंत्र में अवमंदक बल उत्पन्न करने के लिए कौन सी विधि प्रयोग की जाती है-
  
    वायु अवमंदन
    कमानी अवमंदन
    भंवर धारा अवमंदन
    द्रव अवमंदन

भंवर धारा अवमंदन

किसी वैद्युतिक मापक यंत्र के सचल भाग पर कार्यरत घुमाव बल है-
  
    विक्षेपक घुमाव बल
    नियंत्रक घुमाव बल
    डैम्पिंग घुमाव बल
    ये सभी

नियंत्रक घुमाव बल

आवृत्ति मीटर द्वारा मापी जाती है-
  
    ए.सी. की आवृत्ति
    डी.सी. की आवृत्ति
    धारा की गति
    प्रतिरोध

ए.सी. की आवृत्ति

एक वैद्युतिक मापक यंत्र का संकेतक बिना कंपन किए शीघ्र ही आपनी अंतिम विक्षेप अवस्था प्राप्त कर लेता है यदि-
  

    उसमें उचित अवमंदन उपस्थित हो
    उसमें अवमंदन उपस्थित न हो
    उसमें निम्न अवमंदन उपस्थित हो
    उसमें उच्च अवमंदन उपस्थित हो

उसमें उचित अवमंदन उपस्थित हो

स्प्रिंग नियंत्रित यंत्रों में नियंत्रित टॉर्क-
  
    समायोजन आसानी से किया जा सकता है
    समायोजन आसानी से नहीं किया जा सकता है
    समान रहता है
    भार के साथ परिवर्तीत रहता है

समायोजन आसानी से नहीं किया जा सकता है

यदि चल कुडंली धारामापी को डी.सी. परिपथ में संयोजित करके उसके संयोजनों को अंतः बदल दिया जाए तो यंत्र-
  
    यंत्र का पाठयांक अपरिवर्तित रहेगा
     कोई विक्षेप नहीं दर्शाऐगा
     विपरीत दिशा में विक्षेप दर्शाऐगा
     गलत पाठयंाक दर्शाऐगा

 कोई विक्षेप नहीं दर्शाऐगा

स्प्रिंग नियत्रित मीटर होता है-
  
    सुग्राही नहीं
    सुग्राही
    एक निश्चित स्थिति में लगा
    इनमें से कोई नहीं

सुग्राही

विधुत शक्ति को मापने वाला मीटर कहलाता है-
  
    किलोवाटघंटा मीटर
    टेकोमीटर
    अमीटर
    वाटमीटर

टेकोमीटर

परिपथ का विभवांतर मापने वाला मीटर कहलाता है-
  
    वोल्टमीटर
    अमीटर
    ऊर्जामीटर
    स्फेरोमीटर

वोल्टमीटर

विद्युतीय परिपथ की धारा मापने के लिए प्रयुक्त मीटर कहलाता है-
  
    वोल्टमीटर
    अमीटर
    ऊर्जामीटर
    स्फेरोमीटर

अमीटर


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