प्रौढ़ शिक्षा के लिए आयु वर्ग है —
6 -16 वर्ष
12 -18 वर्ष
18- 50 वर्ष
15 – 35 वर्ष
15 – 35 वर्ष
समाज की उन्नति का मूल है —
बाल – बालिका शिक्षा एकसमान हो*
बालिका शिक्षा को कम महत्व मिलें
बालिका शिक्षा अलग विधालय में हो
केवल महिला अध्यापक हो
बाल – बालिका शिक्षा एकसमान हो*
छोटे बच्चे की ज्ञानेंद्रियों को क्रियाशील व सक्षम बनाने हेतु
उनके समक्ष सामग्री रखकर निरिक्षण करवाएंगे
वस्तु उठाने – रखने का काम सौंपेंगे
उनको क्रियाशील रखेंगे
कक्षा-कक्षमें शांत बैठने के लिए कहेंगे
उनको क्रियाशील रखेंगे
कक्षा में श्रेष्ठ अनुशासन की कसौटी है —
शान्ति में आवेष्टित कक्षा
कक्षा में शान्तिपूर्ण शिक्षण प्रकिया
कक्षा में अपेक्षित सहभागिता
शिक्षक – छात्रों का आक्रमक व्यवहार
कक्षा में शान्तिपूर्ण शिक्षण प्रकिया
अनौपचारिक शिक्षा की व्यवस्था की गई है —
6 – 11 आयु वर्ग
9 – 14 आयु वर्ग
15 – 35 आयु वर्ग
कोई आयु सीमा नही है
कोई आयु सीमा नही है
छात्रों मे सामाजिक चेतना विकसित की जा सकती है —
अध्यापक के भाषण से
उनके साथ विचार विमर्श करने से
पसंदीदा पुस्तक पढ़ाने से
समाचार – पत्रिका पढ़ाने से
समाचार – पत्रिका पढ़ाने से
लम्बे और कठिन शब्दों का उच्चारण करवाने के लिए आप —
ऐसे शब्द बार – बार बुलवाएंगे
शब्दों को खण्डों में बाँटकर बुलवाएंगे
मिलते-जुलते उच्चारण वाले शब्द पहले बुलवाएंगे
A व B दोनों
A व B दोनों
राष्ट्रीय साक्षरता मिशन की देन है —-
कोठारी कमेटी
राधाकृष्णन आयोग
राष्ट्रीय शिक्षा नीति
मुदालियार आयोग
राष्ट्रीय शिक्षा नीति
कोई छात्र आपके प्रश्नों के उत्तर नही देता तो आप —
स्वयं बता देंगे
सहायक पुस्तक से मदद लेने को कहेंगे
अन्य बच्चो से मदद लेने को कहेंगे
उत्तर न देने का कारण जानेंगे
अन्य बच्चो से मदद लेने को कहेंगे
माध्यमिक छात्रों के लिए स्वकेन्द्र परीक्षा प्रणाली उपयुक्त है क्योंकि —
विधालय से दूर नही जाना पड़ता
नकल में सुविधा होती है
अपने केन्द्र पर अनुशासित रहते है
दूसरे परीक्षा केन्द्र परी छात्र निराश हो जाते है
विधालय से दूर नही जाना पड़ता
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